How to cultivate potatoes?: आलू की खेती कैसे करें जाने सबसे आसान तरीका

How to cultivate potatoes?: जब भी आप किसी भी चीज की खेती करते हैं तब उसका मुख्य उद्देश्य होता है अधिक उत्पादन करना। जब हम आलू की खेती या सब्जी की खेती या धान की खेती के बात करते हैं तब हम सिर्फ खेती करने पर ध्यान नहीं देते हैं बल्कि खेती करने का वह तरीका अपनाने की कोशिश करते हैं जिसमें अधिक मात्रा में उत्पादन हो।

ताकि आपको खेतों में लगाए गए फसलों की दाम और मेहनत का फल आपको प्राप्त हो। आज के इस आर्टिकल में हम आपको आलू की खेती कैसे करें के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं। इसकी मदद से आप अपने खेत में आलू की पैदावार में वृद्धि कर सकते हैं।

How to cultivate potatoes?

आलू की खेती प्रारंभ करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि खेत की क्वालिटी के जांच की जाए। गांव में आलू की खेती समानता पहले हुई खेती के बाद थोड़ी साफ सफाई कर ट्रैक्टर की मदद से जुताई कर बीज डालकर माटी चढ़ा दी जाती है काफी आसान प्रक्रिया है लेकिन यहां पर वह अपने पैदावार में अच्छी वृद्धि नहीं कर पाते हैं और सिर्फ खाने योग्य उत्पादन कर पाते हैं।

लेकिन अगर खेती की मदद से अपने खाने योग्य पैदावार के अलावा बिजनेस में करना चाहते हैं तो आपको खेती करने का सही तरीका पता होना चाहिए। जो की सबसे पहले है कि आपको पहले हुई फसल को अच्छे तरीके से खेत में डिजर्व कर घास की कटाई या उस घास को खाद में बदलने के लिए दवाइयां का छिड़काव किया जाए। जब कुछ दिन बाद घास और खरपतवार सरकार खेत में खाद्य के रूप में परिवर्तित हो जाए तब हमें अगला कदम उठाना चाहिए।

खेत की जुताई का तरीका

खेत की जुताई आलू की खेत की उपज और महत्वपूर्ण योगदान निभाता है। इसलिए सबसे पहले खेत की जुताई कल्टीवेटर और से करना चाहिए ताकि खेत में काफी अंदर तक माटी खतौरा जा सके इससे जब आप खेत में बीज डालते हैं तब बी को अच्छे तरीके से फैलने और फूलने के लिए मिट्टी के अंदर अच्छा जगह मिल जाता है।

अब मिट्टी को भुर भुर और हल्का करने के लिए गांव की भाषा में कटर मशीन का उपयोग करना चाहिए। इसकी मदद से आप मिट्टी को एकदम भुरभुरा और हल्का कर लेंगे इसके लिए आपको दो या तीन बार जुटा करनी पड़ेगी। इसी जुताई के दौरान खेत में अच्छी पैदावार के बढ़ावा के लिए प्रति हेक्टेयर खेत के अनुसार खाद पदार्थ अच्छे तरीके से डालना चाहिए। खाद्य पदार्थ खेत में डालने के 2 दिन बाद खेत में बीज डालने की प्रक्रिया प्रारंभ करना है।

खेत में आलू की बीज डालने की प्रक्रिया

हालांकि खेत में तो आलू के बीज दो तरीके से डाले जाते हैं। पहला तरीका है लाइन बाई लाइन दोन बनाकर डालना और दूसरा तरीका है खेत में गेहूं और चने की तरह आलू के बीज को बेना। आप इन दोनों में से कौन से तरीके को अपनाना चाहते हैं। हालांकि इन दोनों तरीकों से पैदावार अच्छी होती है लेकिन अधिकतर किसान लाइन बनाकर खेत में बीज डालना अधिक पसंद करते हैं क्योंकि इस तरीके से खेत से आलू निकलना आसान हो जाता है।

मान लेते हैं कि आपने लाइन बाई लाइन दोन बना कर आलू के बीज को खेत में डाल दिया है और उसे पर सामान्य मात्रा में माटी चढ़ा दी है। अच्छे से माटी चढ़ाने के बाद उसे ऊपर और चारों तरफ से ठोक देना है। ताकि किरा आलू के बीज को खराब ना कर सके।

10 से 15 दिन बाद आलू के बीज पौधे का रूप ले लेगी इसके बाद आपको एक समय अंतराल के बाद पानी की सिंचाई करनी होगी। पानी की सिंचाई करने के बाद आपका आलू खेत में बेहतर तरीके से तैयार हो जाएगा अगर आपको लगता है कि खेत में कीड़ा या कीट पतंग लग गए हैं तो उनके लिए आप खेत में कीटनाशक का छिड़काव कर सकते हैं।

ध्यान दें

आलू की खेत अच्छे से तैयार होने के बाद आप मशीन की मदद से खेत से आलू निकल सकते हैं। और अपने खर्च और मेहनत को अलग कर प्रॉफिट का अंदाजा लगा सकते हैं। हालांकि हमने यहां जो प्रक्रिया अपनाई है वह काफी अच्छी तरीका है जिससे आपके खेत में बेहतर पैदावार देखने को मिलेगा। ऐसे ही खेती करने और महत्वपूर्ण जानकारी के लिए आप हमारे वेबसाइट के Home Page पर विकसित कर सकते हैं।

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